बंगला नाटक : कभी बोलती थी तूती, दिग्गजों से सजता था मंच

बंगला साहित्यकारों की गतिविधियां लगभग ठप सी हैं। साहित्यिक गतिविधियों का केन्द्र रहा आदमपुर, भागलपुर बंग साहित्य परिषद का भवन…